ऊनी कपड़ों को लेकर 90% लोग करते हैं ये गलती? वूलन क्लॉथ बन जाएंगे कचरा, धोना नहीं सुखाना जिम्मेदार
How to Wash Woolen Clothes in Winter: सर्दियां शुरू होते ही ऊनी कपड़ों का निकलना शुरू हो जाता है लेकिन वूलन क्लॉथ को लेकर अक्सर लोगों के मन में ये संशय रहता है कि अगर इन्हें जल्दी जल्दी धोया जाए तो ये खराब हो सकते हैं और इनकी गर्माहट निकल सकती है. इसी सोच के चलते लोग कई-कई हफ्तों तक ऊनी कपड़ों को नहीं धोते हैं, और बार-बार पहनते रहते हैं या बच्चों को पहनाते रहते हैं. हालांकि आपकी ये आदत
अगर आपको भी लगता है कि सर्दियों में ऊनी कपड़े जल्दी गंदे नहीं होते, या उन्हें जल्दी धोने की जरूरत नहीं होती तो आप गलत समझते हैं, बल्कि ऊनी कपड़ों को भी गर्मी के सामान्य कपड़ों की तरह ही धोने और सुखाने की जरूरत होती है. हालांकि वूलन क्लॉथ को धोने और सुखाने में होने वाली एक गलती के चलते लोग ऊनी कपड़ों को खराब भी कर लेते हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो 90 फीसदी लोग ऊनी कपड़ों को लेकर एक खास गलती करते हैं, जिसकी वजह से या तो वूलन कपड़े ढ़ीले हो जाते हैं, या इनके रंग उड़ जाते हैं या सिकुड़न आ जाती है.
खासतौर पर बच्चों के कपड़े जो कि आमतौर पर हफ्ते में दो से 3 बार धुले जाते हैं, ये जल्दी ही अपना सही साइज या सही रंग खो देते हैं. अगर आपके ऊनी कपड़ों के साथ भी ऐसा ही होता है तो आज जान लें कि आखिर क्या गलती करते हैं आप.
दिल्ली में ड्राई क्लीनिंग स्टार्टअप वॉशक्राफ्ट की फाउंडर शिल्पी गुप्ता कहती हैं कि ऊनी कपड़ों को लेकर लोग धोते समय तो कुछ चीजों का ध्यान रखते हैं लेकिन गलती यहां नहीं होती बल्कि ऊनी कपड़ों को सुखाते वक्त होती है, जिसकी वजह से वूलन क्लॉथ कम समय में ही कचरा बन जाते हैं.
कैसे धोएं ऊनी कपड़ें
ऊनी कपड़ों को घर पर धोना सबसे सुरक्षित और बेस्ट है. आमतौर पर पहने जाने वाले ऊनी स्वैटर, शॉल, स्कार्फ, कोट आदि को घर पर ही आसानी से धोया जा सकता है. इसके लिए सामान्य डिटर्जेंट की बजाय लोग ईजी वॉश जैसे लिक्विड डिटर्जेंट का इस्तेमाल करते हैं और ऐसा करना ही चाहिए. ऊनी कपड़ों के लिए हमेशा माइल्ड डिटर्जेंट का ही इस्तेमाल होना चाहिए. ऊनी कपड़ों को चाहे वॉशिंग मशीन या हाथ से रगड़कर, दोनों तरह से धोया जा सकता है. हालांकि हमेशा याद रखें कि ऊनी कपड़ों को सामान्य कपड़ों के साथ मशीन में न डालें और मशीन को स्ट्रॉग के बजाय स्टेंडर्ड पर रखें.
सुखाते समय क्या गलती करते हैं लोग
शिल्पी कहती हैं कि वूलन कपड़ों को लेकर जो गलती होती है वह होती है इन्हें सुखाने में. जिसकी वजह से कपड़े खराब हो जाते हैं. ये तीन गलतियां लोग बिल्कुल न करें.
. कपड़ों को सीधे निचोड़कर कुंदे या अलगनी पर सुखाने के लिए टांग देते हैं. ऐसा बिल्कुल न करें. इससे ऊनी कपड़े का पानी नीचे जमा हो जाएगा और ऊनी कपड़ा लटक जाएगा, खिंच जाएगा या साइज बड़ा हो जाएगा और पहनने पर भद्दा लगेगा.
. ऊनी कपड़ों को धोने के बाद सीधे तेज धूप में सुखा देते हैं. लोगों को लगता है कि इससे ऊनी कपड़े ज्यादा सही रहेंगे. ऐसे न सुखाएं. अगर धूप में सुखा भी रहे हैं तो उल्टा कर दें. ऊनी कपड़ों को दो घंटे से ज्यादा धूप में न रखें. इससे इनका रंग फीका हो सकता है. कई वूल ऐसी भी होती हैं जो ज्यादा देर तक धूप में सूखने से खराब भी हो जाती हैं.
. ऊनी कपड़ों को निचोड़ना कठिन होता है. वहीं सर्दी में जल्दी न सूख पाने के चलते लोग ऊनी कपड़ों को लोग वॉशिंग मशीन में फुल ड्राई कर देते हैं. 90 फीसदी लोग ये गलती भरी ठंड में करते हैं. ये ऊनी कपड़ों के लिए सबसे खराब है. ऐसा बिल्कुल न करें. ध्यान रहे कि जब भी ऊनी कपड़ों को आप ड्राई करें तो माइल्ड ड्राई करें. ड्रायर को 3 पॉइंट से ज्यादा न बढ़ाएं. अगर ज्यादा ड्राई करेंगे तो ऊनी कपड़ा सिकुड़ जाएगा, खिंच भी जाएगा और खराब होने लगेगा.