जड़ी बूटियां उगाकर पैसे कमाएंगे किसान, घर-घर बांटे जा रहे पौधे, शुरू हुआ आयुर्वेद फॉर वन हेल्‍थ..


जड़ी बूटियां उगाकर पैसे कमाएंगे किसान, घर-घर बांटे जा रहे पौधे, शुरू हुआ आयुर्वेद फॉर वन हेल्‍थ..

देशभर के किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार लगातार कोशिशें कर रही है. भारत सरकार किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि योजना जैसी स्‍कीमें भी चला रही है. हालांकि अब किसानों को आजीविका बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय भी जुट गया है. आने वाले समय में भारत के किसान सिर्फ गेहूं, चावल, गन्‍ना और आलू ही नहीं बल्कि जड़ी बूटियां यानि कि औषधीय पौधे उगाकर भी पैसे कमा सकेंगे.

किसानों को आयुर्वेद से जोड़ने और औषधीय फसल उगाने की जानकारी प्रदान करने के लिए आयुर्वेद फॉर वन हेल्‍थ अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान से देश के ज्‍यादा से ज्‍यादा किसानों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है. 10 नवंबर को आयोजित होने जा रहे आयुर्वेद दिवस से पहले किसानों को जोड़कर आयुर्वेदिक दवाओं में इस्‍तेमाल होने वाले पौधों के औषधीय और आर्थिक महत्व के प्रति जागरूक किया जा रहा है. यह काम आरसीएफसी, मेडिसिनल प्लांट बोर्ड और इंडियन काउंसिल ऑफ ऐग्रीकल्चर रिसर्च संस्‍थाएं कर रही हैं.

जड़-बूटियों से कैसे कमाएंगे पैसा
वहीं सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेस नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है. बता दें कि आयुर्वेद दिवस के आयोजन में किसानों के लिए आयुर्वेद एक प्रमुख विषय निर्धारित किया गया है. जिसमें उन्‍हें बताया जाएगा कि कैसे किसान आयुर्वेद चिकित्सा में उपयोग होने वाली जड़ी बूटियों और पौधों की खेती करके अपनी आजीविका को बढ़ा सकते हैं और कैसे अन्‍य फसलों के उत्‍पादन से ज्‍यादा पैसे कमा सकते हैं. यहां खास जोर इस बात पर रहेगा कि किसान औषधीय पौधों के आर्थिक महत्व को समझें और जागरूक हो सकें.

विशेष तकनीक की दी जाएगी जानकारी
इस दौरान किसानों को औषधीय पौधों की खेती में उपयोग की जाने वाली विशेष तकनीकी के बारे में नेशनल मेडिसिनल प्लांट्स बोर्ड के माध्यम से जानकारी दी जाएगी. 10 नवंबर 2023 को पंचकुला, चंडीगढ़ हरियाणा में मनाए जाने वाले आयुर्वेद दिवस को लेकर www.ayurvedaday.org.in नाम से एक माइक्रो वेबसाइट भी बनाई गई है. जहां आयुर्वेद दिवस और आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ अभियान से जुड़ी अनेक गतिविधियों का हिस्सा भी बना जा सकता है.

घर घर बांटे जा रहे आयुर्वेदिक पौधे
इस समय देश भर में स्थित 7 रीजनल कम फेसिलिटेशन सेंटर और 37 स्टेट मेडिसिनल प्लांट बोर्ड देश के किसानों को आयुर्वेद दिवस अभियान से जोड़ने का काम कर रहे हैं. इन सेंटर्स से जुड़े सहयोगी घर-घर जाकर, किसानों को औषधीय पौधों का वितरण कर रहे हैं और किसानों की भागीदारी को बढ़ावा दे रहे हैं.

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