अब जेल से वायरल टीवी एक्ट्रेस का वीडियो, सलाखों के पीछे फैशन परेड करती आईं नजर, सामने आया गिरफ्तारी का सच
मुंबईः अपने अजीबोगरीब फैशन को लेकर चर्चा में रहने वाली सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर और टीवी एक्ट्रेस उर्फी जावेद का हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में अभिनेत्री को दो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा गिरफ्तार किए जाते और अभिनेत्री के कपड़ों पर कमेंट करते देखा गया था. इस वीडियो के सामने आने पर हर तरफ उर्फी की गिरफ्तारी को लेकर चर्चा शुरू हो गई. हालांकि, कई सोशल मीडिया यूजर्स का कहना था कि उर्फी सच में गिरफ्तार नहीं हुई हैं बल्कि ये उनका कोई पब्लिसिटी स्टंट हो सकता है. लेकिन, अब खुद उर्फी जावेद ने अपनी कथित गिरफ्तारी के पीछे के सच से पर्दा उठा दिया है.
उर्फी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है और अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट डाला है, जिससे अभिनेत्री की गिरफ्तारी के पीछे की वजह का पता चलता है. दरअसल, अभिनेत्री ने खुद ही अपनी गिरफ्तारी वाली वीडियो का सच बताया है. उर्फी के अनुसार, वह सच में गिरफ्तार नहीं हुई हैं बल्कि ये एक ब्रांड की कैंपेनिंग के लिए शूट किया गया वीडियो है. एक्ट्रेस ने अपना एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उन्हें सलाखों के पीछे अलग-अलग ड्रेसेस में पोज देते देखा जा सकता है.
उर्फी जावेद ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह कई लुक में नजर आ रही हैं और सलाखों के पीछे पोज दे रही हैं. उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- ‘मेरे निडर फैशन गेम के लिए फैशन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया, लेकिन कोई भी मुझे नहीं रोक सकता! फ्रीकिन्स इंडिया के साथ अपने कलेक्शन लॉन्च ‘फ्रीकिन उर्फीकेशन’ की घोषणा करते हुए उत्साहित हूं.’
अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर उर्फी ने दोनों महिला पुलिसकर्मियों के साथ तस्वीर शेयर की है, जिन्होंने अभिनेत्री को हिरासत में लिया था. फोटो शेयर करते हुए उर्फी ने कैप्शन में लिखा- ‘फैशन पुलिस द्वारा अरेस्ट किया गया है. गाइज ये एक फैशन ब्रांड के लिए कैंपेन शूट था.’ लेकिन, फैशन ब्रांड की पब्लिसिटी का ये तरीका नेटिजंस को बिलकुल पसंद नहीं आ रहा है. कई यूजर्स ने अभिनेत्री को सोशल मीडिया पर निशाने पर लिया है. एक यूजर ने वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा- ‘मुंबई पुलिस द्वारा कथित तौर पर अश्लीलता के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किए जाने का वायरल वीडियो सच नहीं है, प्रतीक चिन्ह और वर्दी का दुरुपयोग किया गया है.’